भारत ने बांग्लादेश को 5 रन से हरा दिया है और T-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में अपनी जगह लगभग पक्की कर ली है। अर्शदीप पाजी ने कर दिखाया..! जीत जरूर बड़ी है लेकिन उसने अपने साथ कई सवाल भी खड़े किए हैं। जिस मुकाबले में बारिश और डकवर्थ लुईस की आशंका हो, उसे देखकर क्या स्ट्रैटिजी तैयार की जानी चाहिए? जवाब शायद इंडियन टीम मैनेजमेंट, कोच और कप्तान ने ढंग से ढूंढा नहीं था। 2015 वनडे वर्ल्ड कप में शाकिब अल हसन के रहते बांग्लादेश ने इसी एडिलेड ओवल के मैदान पर इंग्लैंड को हराया था और इसलिए वे लोग इस बार भी आत्मविश्वास से भरे हुए थे। शाकिब का मैच के पहले यह कहना कि भारत यहां वर्ल्ड कप जीतने आया है हम नहीं, भारतीय खिलाड़ियों का ध्यान भटकाने के सिवा कुछ नहीं था।
बारिश की आशंका पहले से थी तो कप्तान रोहित से उम्मीदें बहुत ज्यादा बढ़ चुकी थीं। ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की उम्मीदों के बीच उनका 8 गेंदों पर 2 रन बनाकर चले जाना भारतीय टीम को बहुत भारी पड़ा। रही-सही कसर दिनेश कार्तिक ने विकेट के पीछे लिटन दास के 2 कैच छोड़कर पूरी कर दी। कैच छूटने का नतीजा हुआ कि लिटन दास ने भारतीय गेंदबाजों को मारकर धागा खोल दिया। जब भुवनेश्वर कुमार और अर्शदीप सिंह के खिलाफ लिटन लगातार ताबड़तोड़ प्रहार कर रहे थे, तभी भुवी के तीसरे ओवर की पांचवीं गेंद पर उनके बल्ले का आउटसाइड एज लगा। डीके अपनी दाहिनी तरफ हवा में गए जरूर लेकिन कैच नहीं पकड़ सके। यह इस मुकाबले का बहुत बड़ा लम्हा था। वह तो केएल राहुल की धमाकेदार फील्डिंग का नतीजा रहा कि उनके डायरेक्ट थ्रो के जरिए आठवें ओवर की दूसरी गेंद पर लिटन दास रन आउट हो गए। वरना हालात दूसरे होते। हालांकि जाने से पहले उन्होंने सिर्फ 27 गेंदों पर 7 चौकों और 3 छक्कों की मदद से ताबड़तोड़ 60 रन जड़ दिए।
एक वक्त लग रहा था कि अगर बारिश नहीं होगी तो 185 का टारगेट बांग्लादेश 15 ओवर्स में ही हासिल कर लेगा। बारिश का नतीजा यह हुआ कि बांग्लादेशी बल्लेबाजों का ध्यान भंग हुआ। इधर लिटन दास रन आउट हुए और उधर शांतो भी चलते बने। 10वें ओवर की पहली गेंद मोहम्मद शमी ने शांतो को फुलर लेंथ की अंदर की तरफ एंगल के साथ आती हुई डाली। बड़ा शॉट खेलने का नाकाम प्रयास और लॉन्गऑन पर सूर्य कुमार यादव का जबरदस्त कैच…! फिर अफीफ हुसैन को 12वें ओवर की पहली गेंद पर कुछ इसी अंदाज में अर्शदीप ने सूर्या के हाथों कैच आउट करवाया। दुनिया का नंबर वन T-20 इंटरनेशनल बल्लेबाज एक बेहद भरोसेमंद फील्डर भी है। इसी ओवर की पांचवीं गेंद पर शाकिब अल हसन लेग साइड में बड़ा शॉट खेलने का प्रयास कर रहे थे। गेंद काफी देर तक हवा में रही और दीपक हुड्डा का अंडर प्रेशर बेहतरीन कैच। एक ओवर में 2 विकेट चटका कर अर्शदीप ने फिर एक बार अपने आलोचकों को करारा जवाब दे दिया।
13वें ओवर की दूसरी गेंद आउटसाइड ऑफ हार्दिक पांड्या ने यासिर अली को तेज गति से शॉर्ट पिच ताली। पुल शॉट खेलने के चक्कर में टॉप एज और बैकवर्ड पॉइंट फील्डर को आसान सा कैच…! ओवर की अंतिम गेंद पर मोसादेक हुसैन को बोल्ड मारकर हार्दिक में बांग्लादेश की रही-सही उम्मीदें भी तोड़ दीं। क्रिकेट में एक बात हमेशा याद रखी जानी चाहिए कि कोई भी मुकाबला तब तक नहीं जीता जाता, जब तक जीत हासिल ना कर ली जाए। वर्ल्ड कप जैसे बड़े स्टेज पर हर टीम अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करती है और ऐसे में बड़ी टीमों को हराकर वह दुनिया के सामने नजीर पेश करना चाहती है। जिन लोगों को 2007 का वनडे वर्ल्ड कप याद होगा, उन्हें भली-भांति पता होगा कि किस तरह बांग्लादेश ने हमें हराकर पहले ही दौर से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। करोड़ों हिंदुस्तानी क्रिकेट प्रेमियों को खून के आंसू रुला दिया था। किसी भी सूरत में वह लम्हा दोबारा देखने को मन राजी नहीं था।
T-20 वर्ल्ड कप 2022 के महत्वपूर्ण मुकाबले में बारिश की बदौलत बांग्लादेश के सामने टारगेट 16 ओवर्स में घटाकर 151 रन कर दिया गया। यहां पर इंडियन बॉलर्स को गेम वापस खींचने का मौका मिला। चूंकि बांग्लादेशी बल्लेबाजों को मुकाबले खत्म करने का ज्यादा अनुभव नहीं है, इसलिए वे ताश के पत्तों की तरह ढह गए। अर्शदीप, शमी और हार्दिक ने मिलकर जरूर ये मुकाबला बचा लिया लेकिन अगर आगे से डकवर्थ लुईस नियम को लेकर बेहतर स्ट्रेटजी नहीं बनाई गई तो यह टीम इंडिया को भारी पड़ सकती है। वैसे अंतिम गेंद पर जब स्कोर बराबर करने के लिए बांग्लादेश को 6 रन चाहिए थे तो थोड़ा बहुत नर्वसनेस थी। पर यकीन था कि जिस अर्शदीप ने हमारे लिए मैच बनाया है, वही जिताएगा भी। जीत मुबारक हिंदुस्तान…! अब हर हाल में घर वापस लौटेगा पाकिस्तान। ❤️