यह कोई आम तस्वीर नहीं है। अगर दिल बहुत ज्यादा मजबूत नहीं है तो आंखों से आंसू भी आ सकते हैं। T-20 वर्ल्ड कप में पहली बार कप्तानी कर रहे रोहित और उन्हें मालूम था कि अगर पाकिस्तान के हाथों पहला मुकाबला हार गए तो बहुत आलोचकों की आलोचना झेलनी पड़ सकती है। समूचे हिंदुस्तान की दिवाली काली हो जाएगी। 31 रनों के स्कोर पर 4 विकेट गंवा चुकी टीम इंडिया के लिए 160 चेज करते हुए जीत बहुत मुश्किल लग रही थी। यहां से सिर्फ एक खिलाड़ी मुकाबला बदल सकता था….कोहली… किंग कोहली।
जीतने के लिए अंतिम 8 गेंदों पर 28 रन चाहिए थे। 19वें की पांचवीं गेंद.. हारिस रऊफ की स्लोअर बॉल और विराट का डाउन द ग्राउंड छक्का…! ओवर की अंतिम गेंद और फाइन लेग के ऊपर से विराट का फ्लिक शॉट…! अब किंग ने मारा है तो भला गेंद बगैर सिक्स गए रुक कैसे सकती है? जीतने के लिए बाकी बची 6 गेंदों में अब 16 रन बनाने थे।
मोहम्मद नवाज के अंतिम ओवर की चौथी गेंद छाती के ऊपर नो बॉल थी। किंग ने छक्का जड़कर मुकाबला लगभग खत्म कर दिया। फिर अश्विन ने सिंगल लेकर औपचारिक रूप से यह मैच हमारे नाम कर दिया। मुकाबले के बाद रोहित ने बयान दिया कि विराट के हारिस रऊफ को 19वें ओवर में लगाए गए दो छक्कों ने पूरा मैच बदल कर रख दिया। इसलिए जब भारत जीत गया तो हिटमैन ने मैदान पर आकर विराट को कंधों पर उठा लिया। मन नहीं भरा तो कसकर गले से लगा लिया।
किंग कोहली उम्मीदों का अनंत आसमान है
करोड़ों चाहने वालों की उसमें बसती जान है ❤️
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